हिंदी समिति

प्रेरणा

निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल।
बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।

-भारतेन्दु हरिश्चन्द्

भूमिका

MITS ग्वालियर में हिन्दी भाषा व साहित्य के प्रेमियों को कभी अकेलापन न महसूस हो, इसे ध्यान में रखते हुए हिन्दी समिति की स्थापना वर्ष 2017 में MITS के विद्यार्थियों द्वारा की गई। जहां भारत की अनेकों भाषाओं को बोलने वाले विद्यार्थी हैं वहाँ हिन्दी को अपनी पहचान दिलाने और हिन्दी साहित्य को सभी तक पहुँचाने के लिए यह समिति सदा से कई छोटी-बड़ी गतिविधियां संचालित करती रही है। भारत की सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा हिन्दी के निराले साहित्य-इतिहास और इसकी अनेकों बोलियों के प्रचार-प्रसार के लिए यह समिति युवाओं को प्रेरणा व मार्गदर्शन प्रदान करती है।

लक्ष्य

छात्रों के मध्य मातृ भाषा हिन्दी के लिए प्रेम व जागरूकता उत्पन्न करना एवं साहित्य के माध्यम से उनके बहुमुखी व्यक्तित्व का निर्माण करना।

उद्देश्य

हिंदी भाषा का विकास, भाषा के प्रति जागरूकता, मौखिक और लिखित भाषा के विकास के साथ ही बच्चों के नैतिक और मानवीय मूल्यों का विकास ही समिति का उद्देश्य है। यह समिति विद्यार्थियों में हिन्दी के प्रति प्रेम भावना व उत्साह उत्पन्न करने के लिए समर्पित है।